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1989 बैच के अधिकारी श्री मेहरोत्रा के मुख्य सचिव बनाए जाने को लेकर उत्साहित हैं प्रबुद्ध वर्ग
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साहित्यकार दार्शनिक शंभू ने पदोन्नति को बताया मां कात्यायनी के आशीर्वाद का प्रतिफल
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मां कात्यायनी से रहा है बिहार के नए मुख्य सचिव के परिवार का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जुड़ाव
समाचार विचार/पटना: “काम को मिला इनाम: सरकार के भरोसेमंद आईएएस अधिकारी ब्रजेश मेहरोत्रा को मिली बिहार के मुख्य सचिव की जिम्मेवारी” बिहार की एनडीए सरकार ने ब्रजेश मेहरोत्रा को बिहार के नए मुख्य सचिव के रूप में पदस्थापित किया है। शनिवार की शाम इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई। ब्रजेश मेहरोत्रा सरकार के भरोसेमंद और विश्वसनीय अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। दायित्व निर्वहन के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण के एवज में उन्हें काम का इनाम मिला है। इससे पहले मुख्य सचिव के पद पर तैनात आमिर सुबहानी ने वीआरएस ले लिया था। उसके बाद ब्रजेश मेहरोत्रा को ये महती जिम्मेवारी सौंपी गई है। ब्रजेश मेहरोत्रा 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वे राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के साथ साथ संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। राज्य सरकार ने अब उन्हें बिहार का मुख्य सचिव बनाया है।
साहित्यकार दार्शनिक शंभू ने पदोन्नति को बताया मां कात्यायनी के आशीर्वाद का प्रतिफल
देश की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में नियमित रूप से स्तंभ लेखन कर जीवन दर्शन को उद्घाटित करते रहने वाले लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार दार्शनिक शंभू ने ब्रजेश मेहरोत्रा के मुख्य सचिव के पद पर आसीन होने को मां कात्यायनी के आशीर्वाद और इनके काम और सरल, सहज व्यवहार का प्रतिफल बताया है। उन्होंने समाचार विचार से अपना उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सादगी, विनम्रता, सहजता और सरलता ही उन्हें विशिष्ट बनाती है। बिहार सरकार में उच्च पदों पर आसीन रहने के बावजूद श्री मेहरोत्रा का विनम्र स्वभाव और आमलोगों से लगाव की सहज प्रवृत्ति उनके व्यवहार कुशल व्यक्तित्व का परिचायक है।
मां कात्यायनी से रहा है बिहार के नए मुख्य सचिव के परिवार का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जुड़ाव
गौरतलब हो कि बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा के परिवार का जुड़ाव खगड़िया के प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां कात्यायनी मंदिर से भी रहा है। श्री मेहरोत्रा की धर्मपत्नी ममता मेहरोत्रा साहित्यिक और सामाजिक क्षेत्र में किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। धर्मपरायण महिला श्रीमती मेहरोत्रा पिछले चौदह पन्द्रह वर्षों से नववर्ष के अवसर पर मां कात्यायनी स्थान खगड़िया के प्रांगण में साधु, संतों, पशु पक्षियों और जरूरतमंदों के बीच वितरित किए जाने वाले महाप्रसाद में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से अपनी सहभागिता रही है। दार्शनिक शंभू ने बताया कि मां कात्यायनी की आराधना आज इस खुशी के क्षण के रूप में सफलीभूत हुई है। उन्होंने कहा कि परमात्मा की प्रेरणा से चिंतन, चिंतन से सोच, सोच से विचार, विचार से स्वभाव, स्वभाव से दैनिक व्यवहार और दैनिक व्यवहार से हमारी आदत जन्म लेती है। प्रकृति प्रदत्त प्रेरणा चक्र पर मानव जीवन के उत्थान और पतन का मार्ग निर्भर करता है अर्थात जीवन का वह भाव या प्रवृत्ति जो परमात्मा प्रदत्त है, उसी से मानव जीवन के उत्थान और पतन का मार्ग प्रशस्त होता है। आज ब्रजेश मेहरोत्रा की पदोन्नति उनके आदर्श व्यक्तित्व के प्रतिफल के रूप में सामने आया है। उन्होंने कहा कि परमात्मा का आदेशपाल आत्मा है जो स्वतः सकारात्मक और नकारात्मक प्रवृतियों में विभेद कर तदनुसार कर्म करने को प्रेरित करता है। यदि दया, करुणा, क्षमा, न्याय, समता, ममता, त्याग, सहयोगात्मक व्यवहार, मधुरता, सहनशीलता और धैर्य हमारी आदत में शुमार हो गई हो तो यह उत्थान के मार्ग को प्रशस्त करने का परिचायक है। उन्होंने कहा कि श्री मेहरोत्रा इन्हीं मानवीय गुणों के धनी व्यक्ति हैं। दार्शनिक शंभू ने कहा कि परमात्मा जनकल्याणकारी, परोपकारी और संवेदनात्मक उपस्थिति दर्ज कराने वाले ऐसे ही व्यक्तियों को अपना आशीर्वाद देकर सुअवसर प्रदान करते हैं और आज इसी का प्रतिफल है कि श्री मेहरोत्रा बिहार सरकार के सर्वोच्च पद पर पदासीन हुए हैं। दार्शनिक शंभू ने श्री मेहरोत्रा के उज्ज्वल और सुदीर्घ जीवन की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है।
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Author: समाचार विचार
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