शोक की लहर: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का निधन

  • बीते कुछ दिनों से दिल्ली एम्स में चल रहा था इलाज

  • नेपाल के प्रधानमंत्री रहे थे उनके दादा शमशेर जंग बहादुर

शोक की लहर
समाचार विचार/पटना/बेगूसराय: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया के निधन से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई। बुधवार को दिल्ली एम्स में उनका निधन हो गया। उन्होंने पूर्वाह्न 09:28 बजे अंतिम सांस ली। सिंधिया परिवार की राजमाता बीते कुछ दिनों से एम्स में वेंटिलेटर पर थीं। वह निमोनिया के साथ-साथ सेप्सिस से भी पीड़ित थीं। पिछले दिनों तीसरे चरण के मतदान (गुना लोकसभा) से ठीक पहले ही ज्यादा तबीयत बिगड़ने की वजह से सिंधिया परिवार की राजमाता को दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था। दिल्ली में निधन के बाद माधवी राजे के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए मध्य प्रदेश के ग्वालियर लाया जाएगा। पता हो कि पिछले माह से दिल्ली स्थित अस्पताल में इलाजरत माधवी राजे सिंधिया का स्वास्थ्य अंतिम स्थिति में पहुंच गया था। इसी के चलते गुना संसदीय क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे और बेटे महाआर्यमन सिंधिया को बीच-बीच में चुनाव प्रचार छोड़कर दिल्ली जाना पड़ा था। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी पत्नी तथा बेटा चुनावी प्रचार में पिछले एक माह से गुना-अशोकनगर और शिवपुरी में ही थे। इसी बीच लगातार केंद्रीय मंत्री की मां माधवी राजे सिंधिया की तबीयत में उतार-चढ़ाव की सूचना आ रही थी।

नेपाल के प्रधानमंत्री रहे थे उनके दादा शमशेर बहादुर जंग
बता दें कि माधवी सिंधिया भी एक शाही परिवार से आती हैं। उनके मायके का भी गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। माधवी राजे सिंधिया के दादा शमशेर जंग बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री रहे हैं। किसी वक्त में वो राणा डायनेस्टी के मुखिया भी रहे थे। माधवी राजे सिंधिया को प्रिंसेज किरण राज्य लक्ष्मी देवी के नाम से भी जाना जाता है। साल 1966 में ग्वालियर के महाराजा यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया से नेपाल के शाही घराने की राजकुमारी माधवी का विवाह हुआ था। विदित हो कि 30 सितंबर 2001 को मैनपुरी (यूपी) के नजदीक तत्कालीन कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की विमान हादसे में मृत्यु हो गई थी।

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