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साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव में वर पक्ष ने दिया खौफनाक घटना को अंजाम
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लाल जोड़े में सज धज कर पहुंची विवाहिता के खून से रंग गई पिया की दहलीज
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पकड़ौआ विवाह के खुन्नस में दामाद ने पत्नी, ससुर और साले को उतारा मौत के घाट
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घटनास्थल पर पहुंचने में साहेबपुरकमाल थाने की पुलिस को लगते हैं एक से डेढ़ घंटे
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/बेगूसराय: पकड़ौआ विवाह के लिए कुख्यात रही बेगूसराय जिले की धरती शनिवार की देर शाम खौफनाक अंजाम के वारदात से दहल उठी। दामाद ने अंजाम की परवाह किए बगैर तीन लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया, जिनकी ऑन द स्पॉट मौत हो गई। घटना साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के विष्णुपुर आहोक पंचायत के गोविंदपुर गांव की है। दिल दहला देने वाली घटना के बाद इलाके में सनसनी फ़ैल गई है। एसपी मनीष के नेतृत्व में साहेबपुरकमाल थाना के अलावा समीपवर्ती अन्य थानों की पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। जघन्य हत्याकांड की इस वारदात के बाद सरस्वती पूजा की खुशी गम में तब्दील हो गई है।
पकड़ौआ विवाह के खुन्नस में वर पक्ष ने पिता, पुत्र और पुत्री को उतारा मौत के घाट
प्राप्त जानकारी के अनुसार साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव निवासी संजय यादव के लड़के हिमांशु ऊर्फ मानसिंह का पकड़ौआ विवाह इसी थाना क्षेत्र के श्रीनगर गांव निवासी उमेश यादव की पुत्री नीलू कुमारी के साथ हुई थी। वर पक्ष के लोग विवाहिता को अपने घर में रखने के लिए राजी नहीं थे। पिछले एक साल से दोनों पक्षों के नाते रिश्तेदारों के द्वारा सुलह समझौता किया जा रहा था लेकिन लोगों को तनिक भी भान नहीं था कि पकड़ौआ विवाह का खौफनाक अंजाम इतना भयावह होगा।
लाल जोड़े में सज धज कर पहुंची विवाहिता के खून से रंग गई पिया की दहलीज
इसी बीच नीलू के पिता को पता चला कि हिमांशु का पिता उसकी अन्यत्र शादी कराना चाह रहा है। सुलह समझौते की अथक कोशिश के बाद आज सरस्वती पूजा के शुभ दिन का ध्यान रखते हुए नीलू के पिता उमेश यादव अपने पुत्र राजेश कुमार और विवाहिता बेटी नीलू को लेकर गोविंदपुर गांव स्थित हिमांशु के आवास पर इस उम्मीद के साथ पहुंचे कि वर पक्ष सारे गिले शिकवे भुलाकर उसकी बेटी को दुल्हन का दर्जा देकर उसे घर में बसा लेगा। दोनों पिता पुत्र दरवाजे पर अपने वाहन में ही बैठे थे। ज्योंहि लाल जोड़े में सजी धजी नीलू अपने पिया की दहलीज पर पहुंची त्योंहि भीतर से गोली की कर्णभेदी आवाज और चीख सुनकर दोनों बाप बेटे उस ओर दौड़े। बेटी की लाश देखकर दोनों के होश उड़े ही थे कि हत्यारे दामाद की गोलियों ने उन दोनों को भी छलनी कर दिया। पलक झपकते ही ऑन द स्पॉट तीन लाशों का ढेर लग गया। इस हृदयविदारक वारदात के बाद गांव में सनसनी फ़ैल गई है।
ये रही जघन्य हत्याकांड की इनसाइड स्टोरी
साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के श्रीनगर छर्रापट्टी निवासी उमेश यादव की पुत्री लूसी कुमारी की शादी गोविंदपुर वार्ड 9 निवासी संजय यादव के बेटे ललन यादव के साथ से हुई थी। इस दौरान संजय यादव के परिवार के लोग अपने रिश्तेदार के यहां बराबर श्रीनगर छर्रापट्टी आते जाते थे और नीलू भी बराबर अपनी बहन लूसी के घर गोविंदपुर जाती थी। इसी दौरान लूसी के देवर हिमांशु से नजदीकी बढ़ गई। कुछ दिन पहले नीलू की शादी भी कथित रूप से हिमांशु यादव के साथ हुई थी, जिसे पकड़ौआ विवाह भी कह सकते हैं। लेकिन वर पक्ष के लोग लड़की को किसी भी कीमत पर अपने घर में रखना नहीं चाहते थे। उसी के परिवार में किसी अन्य की शादी होनी थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद आज उमेश यादव अपने पुत्र राजेश कुमार एवं पुत्री नीलू के साथ गोविंदपुर पहुंच गए और घर में रखने का दबाव बनाने लगे। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहा सुनी हुई। तभी हिमांशु ने तीनों की गोली मारकर हत्या कर दी।
घटनास्थल पर पहुंचने में थाने की पुलिस को लगते हैं एक-डेढ़ घंटे
साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र का विष्णुपुर आहोक पंचायत वर्षों से दुरूह भौगोलिक जटिलताओं का दंश झेलने को अभिशप्त है। इस पंचायत तक पहुंचने के लिए पुलिसकर्मियों को खगड़िया जिला मुख्यालय से होकर गुजरना पड़ता है, जिसकी दूरी तय करने में अमूमन घंटे डेढ़ घंटे लग जाते हैं। हालांकि, कुछ वर्ष पूर्व गंडक नदी पर आहोक घाट के निकट एक पुल का निर्माण किया गया था, जिससे दूरियां तो जरूर घट गई थी लेकिन वह पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद स्थिति पूर्ववत ही बनी हुई है। विदित हो कि उक्त पंचायत में पुलिस पिकेट बनाने की मांग वर्षों से हो रही है लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई खास पहल नहीं हुई है। जब इस पंचायत में कोई बड़ी वारदात होती है तो यह मांग तेज हो जाती है, फिर धीरे धीरे सब कुछ सामान्य हो जाता है।
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Author: समाचार विचार
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