तहकीकात: शनिवार को ही लिखी गई थी गिरिराज सिंह को बेइज्जत करने की स्क्रिप्ट
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रविवार को काला झंडा दिखाने और नारेबाजी ही नहीं बल्कि पुतला दहन की भी थी तैयारी
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समाचार विचार के हाथ लगा है भाजपा के दो गुटों के कार्यकर्ताओं की बातचीत का ऑडियो क्लिप

समाचार विचार/बेगूसराय: भले ही अभी लोकसभा चुनाव के तारीख की विधिवत घोषणा नहीं हुई है लेकिन बेगूसराय की राजनीति का तापमान जरूर बढ़ गया है। “तहकीकात: शनिवार को ही लिखी गई थी गिरिराज सिंह को बेइज्जत करने की स्क्रिप्ट” रविवार को बछवाड़ा के रानी गांव के समीप बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह को काला झंडा दिखाए जाने के वाकये के बाद अब यह आशंका सच्चाई में तब्दील हो चुकी है कि बेगूसराय जिला भाजपा में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। पहले पर्दे के पीछे सांसद गिरिराज सिंह और राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा की अदावत की चर्चा हुआ करती थी लेकिन रविवार की घटित घटना अब सार्वजनिक जगहों पर कही सुनी जा रही है। सक्रिय राजनीति की कुटिलताओं से अनजान आम लोगों में अब यह चर्चा आम हो गई है कि बेगूसराय जिला भाजपा की ऐसी फजीहत होती रही तो बेड़ा गर्क होना निश्चित है। लोकसभा चुनाव के ठीक पहले सांसद गिरिराज सिंह को काला झंडा दिखाए जाने के बाद भले ही भाजपा नेताओं के द्वारा इस कृत्य का जिम्मेवार सीपीआई और राजद कार्यकर्ताओं को बता कर मामले के पटाक्षेप करने की कोशिश की जा रही हो, लेकिन आम जनमानस में पुरजोर विरोध का नेतृत्व कर चर्चा में आए आरएसएस कार्यकर्ता विनोद कुमार के कृत्य को राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा से जोड़कर देखा जा रहा है। सक्रिय आरएसएस कार्यकर्ता विनोद कुमार ने विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरिराज सिंह पर व्यक्तिगत रूप से जमकर भड़ास निकाली और सांसद के रूप में उनकी कार्यशैली की सार्वजनिक आलोचना की। कुछ ही देर में सांसद के विरोध की यह खबर राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेंड करने लगी। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर गिरिराज सिंह के समर्थकों ने इस पूरे प्रकरण को राकेश सिन्हा से जोड़ कर इसे राजनीतिक क्षरण का दौर बताया।















