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एमडीएम प्रभारी रुचिता कुमारी ने महिला थाना में बीईओ के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी
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खगड़िया में भी एक महिला शिक्षिका ने इस बीईओ पर लगाया था रात में आवास पर बुलाने का आरोप
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मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजकर महिला को खुश करने का मंत्र देते हैं बीईओ
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बीईओ ने भी मध्यान्ह भोजन प्रभारी के विरुद्ध तेघड़ा थाना में दर्ज कराई प्राथमिकी
समाचार विचार/बेगूसराय: तेघड़ा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रामउदय महतो एक बार फिर चर्चा में हैं। इससे पहले खगड़िया में बीईओ रहने के दौरान भी वे अपने दो कारनामों की वजह से कुख्यात रहे थे। पहला कारनामा यह था कि खगड़िया में मध्य विद्यालय भदास की एक शिक्षिका ने उन पर आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी कि वे रात को उसे अपने घर पर नितांत अकेले बुलाते हैं। दूसरा कारनामा यह था कि उन्होंने एक शिक्षक को अपने बाइक चालक के रूप में प्रतिनियुक्त करने का पत्र जारी कर दिया था, जिसके बाद उनके मनमौजी आचरण की खूब किरकिरी हुई थी। अब तेघड़ा में भी विवादों ने उनका पीछा करना नहीं छोड़ा है। तेघड़ा प्रखंड की एमडीएम प्रभारी रुचिता कुमारी ने तेघड़ा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम उदय महतो पर गंभीर आरोप लगाते हुए महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
एमडीएम प्रभारी का आरोप: फोन पर करते हैं डर्टी टॉक और व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजते हैं बीईओ
एमडीएम प्रभारी रुचिता कुमारी के द्वारा महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद शिक्षा विभाग के साथ आम लोगों ने इस प्रकरण को सार्वजनिक चर्चा का विषय बना दिया है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि 5 जनवरी की देर रात बीईओ रामउदय महतो ने उन्हें अपने मोबाइल से कॉल करते हुए पहले रोमांटिक बातें की, फिर कहा कि तुम विधवा की जिंदगी अकेले कैसे जी रही हो? मेरे पास आओ, हम तुम्हें खुश कर देंगे। पीड़िता ने कहा है कि इससे पहले भी बीईओ मुझ पर गिद्ध दृष्टि रखते थे। वे मेरे मोबाइल पर डर्टी टॉक करते हैं और अश्लील मैसेज भी भेजते रहते हैं, जिसका पुख्ता प्रमाण मेरे पास है।
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बीईओ ने भी मध्यान्ह भोजन प्रभारी के विरुद्ध तेघड़ा थाना में दर्ज कराई प्राथमिकी
बीईओ रामउदय महतो ने भी तेघड़ा थाना में रुचिता कुमारी पर गाली-गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने और सरकारी कार्य में बाधा डालने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि एमडीएम प्रभारी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। उनके द्वारा स्कूलों को भेजा जाने वाला खाद्यान्न का वजन निर्धारित मानकों से काफी कम पाया गया है।एमडीएम के चावल वितरण में उनके द्वारा 50 किलो की बोरी में 30-35 किलो चावल ही दिया जाता है, जिसके पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं। बीईओ ने बताया कि उनके भ्रष्ट आचरण पर जब उन्होंने नकेल कसने की कोशिश की तो एमडीएम प्रभारी ने पहले अपने रिश्तेदारों से फोन पर धमकी दिलवाई और उसके बाद महिला थाना में झूठा आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। पुलिस की जांच में सारा सच सामने आ जाएगा।
Author: समाचार विचार
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