🎯आईएमए के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम रोशन कुशवाहा को सौंपा ज्ञापन
🎯सरकार ने प्रस्ताव वापस नहीं लिया तो तेज होगा आंदोलन
समाचार विचार/बेगूसराय: बिहार सरकार के द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ाए गए टैक्स से जायज है डॉक्टरों का आक्रोश, इसलिए आईएमए बेगूसराय के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को स्वास्थ सुविधाओं में अचानक बढ़ाए गए टैक्स को लेकर डीएम रौशन कुशवाहा से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अध्यक्ष डॉ ए.के. राय, सचिव डॉ. पंकज कुमार सिंह, फाइनेंस सेक्रेटरी डॉ. हीरा कुमार और साइंटिफिक कमिटी के सेक्रेट्री डॉ. विजयंत कुमार मौजूद थे। ज्ञापन सौंपते हुए सचिव डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि अस्पताल स्वास्थ्य सुविधाओं की टैक्स दर पहले की तुलना में लगभग तीन गुना बढ़ा दी गई है तथा अस्पताल/क्लिनिक की कर दर होटल, क्लब, बार आदि के समान है। होटल, बार, क्लब और अस्पताल (स्वास्थ्य सुविधाएं) को एक ही श्रेणी में रखना न तो तर्कसंगत है और न ही न्यायोचित। अस्पताल/क्लिनिक आवश्यक आवश्यकताओं के अंतर्गत आते हैं जबकि रेस्टोरेंट/बार/होटल विलासिता के अंतर्गत आते हैं। अस्पतालों और क्लीनिकों पर कर का इतना बड़ा बोझ सीधे उन मरीजों पर पड़ेगा, जो पहले से ही महंगी स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण इलाज नहीं करा पा रहे हैं। इसलिए आईएमए ने डीएम के द्वारा सरकार से अनुरोध किया है कि इस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए और अस्पतालों और क्लीनिकों को ऐसे कर के बोझ से दूर रखा जाना चाहिए ताकि गरीब लोगों को सस्ती दरों पर इलाज मिल सके।
सरकार ने प्रस्ताव वापस नहीं लिया तो तेज होगा आंदोलन
आईएमए अध्यक्ष डॉ. एके राय ने कहा कि सरकार का ये निर्णय तर्कसंगत नहीं है। इससे आम जनमानस पर काफ़ी बुरा प्रभाव पड़ेगा। पहले से ही महँगी चिकित्सा व्यवस्था और महँगी हो जाएगी। इस बाबत मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखा है। हमलोग स्टेट आईएमए के भी संपर्क में हैं। अगर सरकार ये प्रस्ताव वापस नहीं लेती तो स्टेट आईएमए के प्रतिनिधित्व में राज्यस्तरीय आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
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Author: समाचार विचार
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