➡️हरसाईन पुल के पास चेकडैम निर्माण कार्य रोककर डीएम एवं सांसद के साथ हुई आक्रोशित किसानों की बैठक
➡️लोगों के विरोध के कारण दो दिनों से अवरुद्ध है चेकडैम का निर्माण कार्य

समाचार विचार/अविनाश कुमार गुप्ता/मंझौल/बेगूसराय: काबर झील से जुड़े किसानों ने हरसाईन पुल के समीप चेकडैम निर्माण कार्य को रोक कर शुक्रवार को बेगूसराय जिलाधिकारी तुषार सिंगला एवं बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह के साथ बैठक की। जदयू जिला सचिव संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में किसानों का जत्था बेगूसराय पहुंचकर सांसद से बातचीत की। इस दौरान सांसद ने डीएम को बुलाकर तुरंत किसानों के साथ बैठक कर किसानों एवं मछुआरों के समस्याओं को सुलझाने की बात कही। जिस पर डीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिया तथा साढ़े 12 बजे किसानों को अपने कार्यालय में बातचीत के लिए बुलाया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीएम के साथ बैठक में काबर किसान महापंचायत के संयोजक बल्लभ बादशाह, बिट्टू कुमार, विजय शंकर सिंह, वयोवृद्ध किसान अशोक सिंह, जदयू नेता चितरंजन सिंह, युवा किसान प्रभात भारती, जदयू नेता मुकेश सिंह आदि शामिल हुए। वहीं उक्त बैठक में सांसद गिरिराज सिंह, मृत्युंजय वीरेश, नगर विधायक कुंदन सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा भी शामिल हुए। जबकि अधिकारियों की ओर से किसानों के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए डीएम के आदेश पर एसपी मनीष, मंझौल एसडीएम प्रमोद कुमार, बखरी एसडीएम सुनील सौरभ, वन विभाग के रेंजर, सीआई राजेश कुमार आदि ने सरकारी योजनाओं से अवगत कराते हुए चेकडैम निर्माण से होने वाले किसानों एवं मछुआरों को मिलने वाले लाभ को मैप के माध्यम से किसानों के समक्ष रखा। परंतु किसानों ने कहा कि वर्तमान में काबर झील में पानी भरने के बाद नहर के रास्ते सुलईस गेट के द्वारा बुढ़ी गंडक नदी में गिर जाता है। काबर झील की सतह से नहर पहले से ही ऊंचा है। जबकि चेकडैम का निर्माण 06 फुट मिट्टी भराई कर किया जा रहा है, जिससे पुरा अनुमंडल मुख्यालय सहित आस-पास के दर्जनों गांवों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। जिसे क्षेत्र के किसान एवं मछुआरे किसी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे।

अनवरत जारी रहेगा काबर के किसानों एवं मछुआरों का संघर्ष
काबर परिक्षेत्र के किसानों एवं मछुआरों की हित में संघर्ष को आगे बढ़ाने की घोषणा के साथ बैठक में जदयू जिला सचिव संजय सिंह ने कहा काबर के किसानों एवं मछुआरों का संघर्ष अनवरत जारी रहेगा। विगत 2013 से क्षेत्र के किसान एवं मछुआरे अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं परंतु अब लड़ाई आर-पार की होगी। वहीं युवा किसान बल्लभ बादशाह ने कहा किसानों एवं मछुआरों की जल, जमीन बचाने के लिए हरेक तरह कुर्बानी देने के लिए कमरकस कर मैदान में उतर चुके हैं। किसान हरगिज अपनी जमीन और लोगों को बाढ़ की चपेट में आने नहीं देंगे। वहीं बैठक में मौजूद डीएम ने फ़िलहाल निर्माण कार्य को रोकते हुए रविवार को बखरी एवं मंझौल एसडीएम के साथ वन विभाग एवं निर्माण कार्य में लगे अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण करने की बात कही। वस्तुस्थिति को देखते हुए ऐसा योजना तैयार किया जाएगा, जिससे काबर झील में विदेशी मेहमान पक्षियों के ठहराव के साथ किसानों एवं मछुआरों के हितों को भी कोई नुक्सान नहीं पहुंचे ताकि क्षेत्र के किसानों एवं मछुआरों की आय बढ़े, तथा काबर झील ख्याति पूरे देश में विख्यात हो सके।















