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वैवाहिक सामग्री पाकर खिल उठे निरूपाय माता पिता के चेहरे
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जरूरतमंद बेटी की शादी एक परिवार की जवाबदेही नहीं बल्कि सजग समाज की जिम्मेवारी भी है

समाचार विचार/बेगूसराय: बेगूसराय की चर्चित सामाजिक संगठन साईं की रसोई ने एक बार फिर पेश की मिसाल और अपने कृत्य से समाज के सक्षम लोगों को प्रेरित करने का काम किया है। दरअसल बेटी की शादी किसी एक परिवार की जवाबदेही नहीं, बल्कि एक सजग और जागरूक समाज की जिम्मेवारी भी है। जनहित के कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लेने वाली जिले की चर्चित सामाजिक संगठन टीम साईं की रसोई ने इसी जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए एक जरूरतमंद बेटी की शादी में दिये जाने वाले घरेलू सामान एवं भोज्य सामग्री उपलब्ध करवा कर उसके माता पिता के बोझ को हल्का कर दिया है। वैवाहिक व भोज्य सामग्री उपलब्ध करवाने वालों के प्रति जरूरतमंद माँ ने न केवल आभार प्रकट किया है, बल्कि उन्हें ऐसे नेक कार्यों के लिए आशीर्वाद भी दिया है।

टीम साईं की रसोई ने सक्षम लोगों से की जरूरतमंदों की मदद करने की अपील
टीम साईं की रसोई के खाद्य मंत्री पंकज कुमार व संस्थापक सदस्य अमित जायसवाल ने बताया कि जरूरतमंद परिवार की बेटी की शादी में मदद करना न केवल सामाजिक जिम्मेवारी है बल्कि पुण्य का भी काम है। उन्होंने बताया कि उन्हें जब उक्त जरूरतमंद परिवार की बेटी की शादी में आने वाली आर्थिक गतिरोध का पता चला, तो पूरे समाज ने लड़की की शादी हेतु जरूरत का सामान इकट्ठा करने का बीड़ा उठाया और काफी अच्छी संख्या में आम जनसहयोग से जरूरतमंद परिवार के बेटी की शादी में मदद करने का मार्ग प्रशस्त हो गया। उन्होंने कहा कि बेटी केवल माता पिता की ही नहीं, बल्कि समाज की बेटी होती है। हर सक्षम लोगों को आगे बढ़कर निरूपाय और असहाय माता पिता के सिर के बोझ को उतारने में अपनी उदारता का परिचय देना चाहिए।















