
➡️एमबीबीएस की परीक्षा पास कर शुभ्रा आनंद ने बढ़ाया बेगूसराय का मान
➡️2025 में एमबीबीएस के फाइनल परीक्षा में पहले प्रयास में प्राप्त की सफलता

समाचार विचार/बेगूसराय: कुछ करने की चाहत और दृढ़ इच्छा हो, तो रास्ते अपने आप बन जाते हैं। ऐसी ही कहानी एक लड़की की है, जो आर्थिक और पारिवारिक चुनौतियों के बावजूद एमबीबीएस की फाइनल परीक्षा में पास करने में सफल रही है। जहां चाह-वहां राह को चरितार्थ करते हुए एक टैक्स कंसल्टेंट की बेटी ने पहले प्रयास में 2020 में ही नीट की परीक्षा को पास करने में सफल रही थी और अपने पहले सफल प्रयास में ही 2025 में एमबीबीएस की परीक्षा पास कर मेडिकल डॉक्टर की डिग्री प्राप्त कर बेगूसराय ही नहीं बल्कि बिहार का नाम रौशन किया है।
अपने माता पिता को दिया सफलता का श्रेय
डॉ. शुभ्रा आनंद की इस सफलता में उनकी मां व पापा की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने हर कदम पर अपनी बेटी का साथ दिया और आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करती रहीं। डॉ. शुभ्रा आनंद ने बताया कि मेडिकल करना ही अपने आप में एक बड़ी चुनौती है। काफी अथक मेहनत व कड़ी परिश्रम के बदौलत ही यह सफलता हासिल हो पायी है। डॉ शुभ्रा आनंद ने बताया 161 में मात्र 68 बच्चों ने एमबीबीएस की फाइनल परीक्षा पास की। डॉ. शुभ्रा आनंद के पिता संजय जायसवाल, माता बॉबी आनंद व भाई अमित जायसवाल ने अपनी खुशियों का इजहार करते हुए बताया कि इस उपलब्धि पर पूरे परिवार को गर्व है। पूरे कुल खानदान में यह पहला मौका है, जब कोई डॉक्टर बनी है।
शुभचिंतकों ने दिया बधाई और आशीर्वाद
एमबीबीएस का फाइनल रिजल्ट आने के बाद से शुभचिंतकों में से डॉ शुभ्रा आनंद के पापा संजय जायसवाल, माता बॉबी आनंद, भाई अमित जायसवाल, अभिजीत जायसवाल, शशि आनंद, संजीव आर्या, कार्डियक सर्जन डॉ. मयंक आर्या, हेमंत राज, रूबी आनंद, रोज़ी आनंद, शिलकी आनंद, उमेश चौधरी, कंचन जायसवाल, गीता जायसवाल, रूबी जायसवाल, निभा जायसवाल, साक्षी, प्रतीक, अभिषेक, शालू, राहुल, निष्ठा, हेमू समेत सैकड़ों लोगों ने बधाई देते हुए आशीर्वाद दिया है।
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Author: समाचार विचार
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