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रफ्तार का कहर: नववर्ष के दिन साहेबपुरकमाल के दो युवकों की मौत से मचा कोहराम

रफ्तार का कहर
डेथ स्पॉट से लौटकर सुनील कुमार की रिपोर्ट
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/बेगूसराय: नववर्ष के नूतन अभिनंदन के लिए उत्साह और उमंग के साथ जुटे मल्हीपुर के लोगों को तनिक भी भान नहीं था कि अगले कुछ घंटों में यह खुशी उनके मोहल्ले के दो युवकों की असामयिक मौत की वजह से कारुणिक क्रंदन और चीत्कार में तब्दील हो जाएगी। दरअसल बेगूसराय जिले के साहेबपुरकमाल और मुंगेर जिले के मुफ्फसिल/वासुदेवपुर ओपी थाना क्षेत्र के अधीन आने वाले गंगा नदी पर निर्मित श्री कृष्ण सेतु पर नववर्ष 2024 के दिन एक भीषण सड़क हादसे में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से जख्मी तीसरा युवक एक अस्पताल में इलाजरत होकर जीवन और मौत से जूझ रहा है। हादसे की वजह बाइक की तेज रफ्तार और ओवरटेक बताई जा रही है। साथ ही स्थानीय लोग साहेबपुरकमाल पुलिस की हवा हवाई कार्यशैली पर भी सवाल उठा रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्रांतर्गत पुल के उत्तरी छोर स्थित हीराटोल और श्री कृष्ण सेतु के प्रवेश द्वार के निकट अगर पुलिस की चौकसी रहती तो ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाकर एक बाइक पर सवार तीन युवकों को आगे जाने ही नहीं दिया जाता।
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सड़क हादसे में साहेबपुरकमाल के दो युवकों की मौत से पसरा मातम और मच गया कोहराम
नववर्ष के दिन साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के श्रीकृष्ण सेतु पर ओवरटेक करने के दौरान विपरीत दिशा से आ रही किसी अज्ञात वाहन से तेज रफ्तार रेसर बाइक अपाची की जोरदार भिड़ंत हो गई जिसमें बाइक सवार दो युवकों की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई जबकि तीसरा युवक बुरी तरह से जख्मी हो गया। मृतक युवक की पहचान साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के मल्हीपुर वार्ड संख्या दस निवासी सुबोध कुमार के बीस वर्षीय पुत्र सन्नी कुमार और मुंगेर जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बहादुर नगर दियारा के पप्पू यादव के इक्कीस वर्षीय पुत्र रजनीश कुमार के रूप में की गई है। जबकि घायल युवक की पहचान मल्हीपुर निवासी ललित यादव के पुत्र सोनू कुमार के रूप में हुई है। तीनों युवक सफेद रंग की अपाची बाइक संख्या BR09A/G2488 पर सवार होकर मुंगेर से लौट रहे थे तभी श्री कृष्ण सेतु पर हादसे के शिकार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष समरेंद्र कुमार ने दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया है। रफ्तार का कहर: नववर्ष के दिन साहेबपुरकमाल के दो युवकों की मौत से मचा कोहराम
क्षण भर में ही कारुणिक क्रंदन में तब्दील हो गया नववर्ष का उत्साह और उमंग
नववर्ष के दिन हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों का सारा उत्साह और उमंग काफूर हो गया। परिजनों के कारुणिक क्रंदन से मल्हीपुर और बहादुरनगर गांव का माहौल द्रवित हो गया। मृतक के परिजनों को सांत्वना देने आसपास के लोगों का हुजूम उनके घर पर पहुंच रहा था। हादसे की खबर के बाद काफी समय तक लोग साहेबपुरकमाल थाने पर ही शव के इंतजार में बैठे हुए थे लेकिन बाद में जब उन्हें शवों को मुंगेर सदर अस्पताल भेजे जाने की जानकारी प्राप्त हुई तो लोग वे लोग मुंगेर की ओर प्रस्थान कर गए।

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स्थानीय लोग साहेबपुरकमाल पुलिस की कार्यशैली पर उठा रहे हैं सवाल
स्थानीय लोगों ने साहेबपुरकमाल थाने की पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि श्री कृष्ण सेतु का उत्तरी छोर हीराटोल डेथ स्पॉट बनता जा रहा है। कोई भी दिन ऐसा नहीं गुजरता है जब यहां सड़क हादसे न होते हों। खासकर पुल पर सेल्फी लेने और रफ ड्राइविंग का क्रेज युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। नववर्ष और अन्य आयोजनों पर बाइकर्स युवाओं की आवाजाही बढ़ जाती है। इस स्थिति में पुल के प्रवेश द्वार पर पुलिस की गैरमौजूदगी की वजह से युवा बेखौफ होकर नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए हादसे को आमंत्रित करते हुए देखे जाते हैं। हीराटोल जीरोमाइल स्थित कई दुकान संचालकों और स्थानीय लोगों ने बताया कि रात के अंधेरे में यही पुलिसवाले हाथ में टॉर्च लेकर मालवाहक और बालू लदे वाहनों से अवैध वसूली करते देखे जा सकते हैं लेकिन दिन में ये नदारद रहते हैं। इनकी गरमौजूदगी का फायदा उठाकर अपराधी आपराधिक कृत्यों को अंजाम देने में सफल हो जाते हैं। हाल के दिनों में श्री कृष्ण सेतु पर और इसके प्रवेश द्वार के निकट लूट पाट और छिनतई की घटना में वृद्धि देखी गई है।
चिंताजनक बनती जा रही है युवाओं में हाईस्पीड बाइक ड्राइव करने का क्रेज
हाल के दिनों में युवाओं में हाई स्पीड बाइक ड्राइव करने का क्रेज बढ़ गया है, जिस वजह से ऐसी दुर्घटनाएं आम हो गई है। लहरिया कट बाइकर्स के स्टंट को देखकर राहगीर भयभीत हो जाते हैं लेकिन इन बाइकर्स को शासन प्रशासन और खुद की जिंदगी का कोई डर भय नहीं रह गया है। चिंताजनक बनती जा रही इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अभिभावकों को अपने बच्चों के प्रति सख्त होने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
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