➡️बीजेपी की सफाई के बाद सोशल मीडिया पर स्थगन पत्र को सार्वजनिक करने की मांग हुई तेज
➡️31 दिसंबर 2024 को केंद्रीय कृषि मंत्री के हवाले से जारी पत्र हो रहा है वायरल

समाचार विचार/बेगूसराय: मक्का अनुसंधान केंद्र बेगूसराय को हटाए जाने को लेकर एक पत्र सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। इस पत्र में बताया जा रहा है कि बेगूसराय से इस अनुसंधान केंद्र को दक्षिण भारत के शिवामोगा में स्थानांतरित किया जा रहा है। 31 दिसंबर 2024 को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के हवाले से जारी पत्र के वायरल होने के बाद भाजपा ने दावा किया है कि इस पत्र को निरस्त कर दिया गया है, लेकिन सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के यूजर्स भाजपा से मांग कर रहे हैं कि स्थगन पत्र को सार्वजनिक किया जाए अन्यथा जनता तो यही न समझेगी कि वायरल पत्र ही सच है और चुनावी मौसम में मामले को दबाने के लिए केवल खोखले दावे किए जा रहे हैं। हालांकि, अब तक स्थगन पत्र के सार्वजनिक नहीं किए जाने से संशय की स्थिति बनी हुई है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इसी बहाने एनडीए पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर कहा कि आखिर बिहार और बिहार के किसानों से क्या दिक्कत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, NDA और भाजपा को?भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) के बेगूसराय स्थित क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को नरेंद्र मोदी सरकार ने कर्नाटक के शिवमोग्गा में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है। वह भी तब जब नीलगाय और बाढ़ की समस्या का सामना करते हुए भी मक्का उत्पादन में बिहार के अन्नदाता किसान पूरे देश में अव्वल हैं। पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया और समस्तीपुर जिलों के किसानों की आय का मुख्य स्रोत मक्का की खेती ही है। नरेंद्र मोदी सरकार का यह फैसला किसान और बिहार विरोधी है। बिहार के अन्नदाता इसका हिसाब करेंगे। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दूँ क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र, कुशमहौत, बेगूसराय की स्थापना 4 मई 1997 को जनता दल के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी के नेतृत्व में जनता दल की अगुवाई में बनी संयुक्त मोर्चा सरकार के प्रधानमंत्री स्व॰ श्री इंद्र कुमार गुजराल जी के कार्यकाल में हुआ था। लेकिन एक यह NDA की सरकार है जिसमें श्री नीतीश कुमार सहित तीन अन्य असहाय सहयोगी है जो बिहार में कुछ नए संस्थान और उद्योग-धंधे तो स्थापित कर नहीं सकते बल्कि बिहार में पूर्व से स्थापित ऐसे संस्थान जाने पर चीयर करते है। NDA सरकार बिहार और बिहारियों की आँखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। दिन-रात, सोते-जागते हिंदू-मुस्लिम करने वाले बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री को शर्म तो आती नहीं है।
शीघ्र ही मीडिया को उपलब्ध कराया जाएगा आदेश निरस्त करने वाला पत्र
बेगूसराय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के कार्यालय के द्वारा इस बात की सूचना दी गई है कि पुराने पत्र को साजिश के तहत छवि को धूमिल करने के लिए प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के कार्यालय के द्वारा कहा गया है कि आदेश निरस्त करने वाला पत्र भी जल्द मीडिया को उपलब्ध करवाया जाएगा।
नगर विधायक ने की अफवाह से बचने की अपील
बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार ने इस मसले पर कहा कि मक्का अनुसंधान केंद्र कहीं नहीं जा रहा है। माननीय मंत्री गिरिराज जी के द्वारा उचित पहल बहुत पहले ही कर दिया गया था। झूठे मुद्दे बनाकर राजनीतिक रोटी सेकना बंद किया जाए। बेगूसराय की जनता जनार्दन से निवेदन है कि इस तरह के अफ़वाह से बचे।विधानसभा चुनाव इसी साल होना है और जिनके पास कोई मुद्दा नहीं है वैसे लोग मुद्दा ढूँढने और मुद्दा गढ़ने का जीतोड़ प्रयास कर रहे है। लेकिन ये जनता है, सब जानती है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के निजी सचिव अवनीश कुमार सोनू ने कहा कि मक्का अनुसंधान केंद्र कहीं नहीं जा रहा है। झूठे मुद्दे बनाकर चंदा इकट्ठा करने का फ़िर से प्रयास किया जाएगा। इन चंदाखोर से सावधान। यूजर्स के द्वारा स्थगन पत्र मांगे जाने के जवाब में भाजपा नेता प्रभाकर कुमार राय ने कहा कि उसका भी राज है। किसी दिन मिलिए तो बताएंगे। एक अपने क्षेत्र के विकास के लिए ले जाने में लगा तो दूसरे को मालूम हुआ तो अपने क्षेत्र में ही रहे, इस लिए रुकवाए।
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Author: समाचार विचार
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