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लिया संकल्प: नव ऊर्जा के साथ अधिकारों के लिए संघर्षरत रहेंगी महिलाएं

लिया संकल्प
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/बेगूसराय: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बिहार महिला समाज के द्वारा साहेबपुरकमाल प्रखंड के पंचवीर पंचायत स्थित फतेहपुर के दिवंगत राम जी सहनी के दरवाजे पर पुतुल देवी की अध्यक्षता में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्था की सचिव सह पूर्व मुखिया ललिता कुमारी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कामगारों के आंदोलन से निकला था, जिसे बाद में संयुक्त राष्ट्र ने भी सालाना जश्न के तौर पर मान्यता दी। इस दिन को खास बनाने की शुरुआत आज से 116 बरस यानी 1908 ईस्वी में तब हुई, जब करीब 15000 महिलाओं ने न्यूयॉर्क शहर में एक परेड निकाली थी। उनकी मांग थी कि महिलाओं को काम के एवज में अच्छी तनख्वाह मिले और महिलाओं को वोट डालने का हक भी मिले।

अपने हक और अधिकारों के लिए सजग रहे महिलाएं
ललिता कुमारी ने कहा कि किसी भी समाज और देश के सर्वांगीण विकास में महिलाओं का योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। आधी आबादी नारियों की है। इनके सशक्तिकरण के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता है। समाज को महिलाओं के प्रति भेदभाव का नजरिया बदलना होगा। नारी सशक्तिकरण के लिए पूरे समाज को प्रयत्नशील होना चाहिए। काफी संघर्ष के बाद महिलाओं को पुरुषों के बराबर हक और अधिकार मिला है। इस बात को तमाम महिलाएं जाने और अपने हक और अधिकार के प्रति सजग रहे और बेहतर समाज के लिए बेहतर समाज के निर्माण में भागीदारी निभाएं। मौके पर सोनी देवी, द्रौपदी देवी, अमला देवी, राखी कुमारी, आफरीन खातून, मीरा देवी, श्यामा देवी, निर्मला देवी, बबली कुमारी, निशा कुमारी, श्वेता कुमारी, समीना खातून, अफसाना खातून, अजमेरी खातून, इंदु देवी, रेखा देवी, अनीता देवी, अनीता देवी, ललिता देवी, मीरा देवी, जुलेखा खातून, रूबी देवी, खतीजा खातून, मरियम खातून आदि मौजूद थीं।
📌नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित की गई महिला पत्रकार रिमझिम और तबस्सुम खान
📌यहां क्लिक कर जानें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व

 

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