
➡️अपहृत विकास के सगे भाई विवेक ने डीआईजी आशीष भारती के आश्वासन पर जताया संतोष
➡️चार पॉइंट्स से समझिए कि कैसे डीआईजी ने जीता लोगों का विश्वास
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/बेगूसराय: कुशल व्यवहार के धनी, सौम्य, अनुशासित और सख्त पुलिस पदाधिकारी के रूप में चर्चित बेगूसराय-खगड़िया रेंज के डीआईजी आशीष भारती के साहेबपुरकमाल पहुंचते ही तनावग्रस्त क्षेत्र का माहौल ही बदल गया। बहुचर्चित राकेश उर्फ विकास के अपहरण की वारदात के बाद जनाक्रोश और दहशत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपहृत की सकुशल रिहाई की मांग हेतु लोग उबल पड़े और सोमवार की सुबह कुरहा ढाला के समीप हाइवे को जाम कर अपने आक्रोश का इजहार किया। इस दौरान लोगों ने स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की एक न सुनी और जाम की वजह से घंटों परिचालन ठप रहा। बाद में बलिया डीएसपी नेहा कुमारी, साहेबपुरकमाल बीडीओ रवि सिन्हा और थानाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार के समझाने बुझाने के बाद उग्र लोग शांत हुए और जाम को हटाया गया। ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान हमने पाया कि कल शाम तक तनावग्रस्त गांव संदलपुर, ज्ञानटोल, बहलोरिया और आसपास के इलाके में शाम ढलते ही लोग अपने अपने घरों में दुबकने को मजबूर थे लेकिन आज डीआईजी के आगमन और उनके द्वारा पीड़ित परिवार को सार्वजनिक रूप से घटना का शत प्रतिशत उद्भेदन किए जाने का आश्वासन देने के बाद इलाके के लोगों के मन से बेखौफ अपराधियों से दहशत भी दूर हुआ और लोग आशान्वित हैं कि खुद डीआईजी की मॉनिटरिंग के बाद अब घटना का पटाक्षेप हो जाएगा।
अपहृत विकास के सगे भाई विवेक ने डीआईजी आशीष भारती के आश्वासन पर जताया संतोष
दरअसल आज डीआईजी आशीष भारती सबसे पहले साहेबपुरकमाल थाना पहुंचे, जहां उन्होंने एसपी मनीष, डीएसपी नेहा कुमारी और थानाध्यक्ष राजीव रंजन के साथ इस मामले पर गहन मंत्रणा की। तदोपरान्त, वे इन अधिकारियों के साथ तड़बन्ना, पंचवीर, समस्तीपुर, कमला स्थान होते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर मामले का बारीकी से निरीक्षण किया। उसके बाद वे पीड़ित परिवार के आवास पर पहुंचकर परिजनों से मामले की जानकारी लेते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। पीड़ित के सगे भाई विवेक कुमार ने समाचार विचार को बताया कि डीआईजी सर के पुख्ता आश्वासन के बाद मेरे परिवार के सदस्यों में न्याय मिलने की आस जगी है। पुलिस अब तक उनके नेतृत्व में बढ़िया काम कर रही है लेकिन बस एक ही गुहार है कि मेरा भाई सकुशल बरामद हो जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
चार पॉइंट्स से समझिए कि कैसे डीआईजी ने जीता लोगों का विश्वास
साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र में मात्र दस दिनों के भीतर तीन बड़ी आपराधिक वारदातों से जातीय उन्माद चरम पर पहुंच गया था। राकेश के अपहरण कांड ने आग में घी का काम कर दिया और जनाक्रोश चरम पर पहुंच गया। स्थानीय पुलिस के शिथिल रवैए से उपजे आक्रोश की भरपाई डीआईजी के आगमन ने कर दिया। अब जानिए, वह चार पॉइंट्स कि डीआईजी आशीष भारती ने कैसे लोगों का विश्वास जीतने में सफल रहे। दरअसल डीआईजी आशीष भारती ने पहले पॉइंट्स के माध्यम से लोगों को आश्वस्त किया कि आप कानून पर भरोसा रखें। पुलिस की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। स्पेशल टीम न केवल बेगूसराय बल्कि विभिन्न जिलों में लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। दूसरे प्वाइंट में डीआईजी ने सार्वजनिक रूप से बताया कि इस मामले में दो अभियुक्तों को जेल भेजा गया है जबकि बाकी अपराधियों पर शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी। तीसरे प्वाइंट में डीआईजी आशीष भारती ने बताया कि माननीय न्यायालय से जो वारंट प्रे किया गया था, वह प्राप्त हो गया है। वारंट को शीघ्र ही तामिला किया जाएगा। चौथे महत्वपूर्ण प्वाइंट में डीआईजी ने क्षेत्रवासियों से अपील किया कि इस प्रकरण में अगर आपको वांछित अपराधकर्मियों के संबंध में किसी भी तरह की सूचना प्राप्त होती है, तो आप बेहिचक एसपी बेगूसराय और साहेबपुरकमाल थानाध्यक्ष को गुप्त रूप से इसकी जानकारी दें। आपको पुरस्कृत किया जाएगा। बहरहाल, डीआईजी के आगमन के बाद मामले के पटाक्षेप की गुंजाइश तो नजर आ रही है लेकिन आने वाला समय ही बताएगा कि इस प्रकरण में डीआईजी की सक्रियता कितनी सार्थक सिद्ध होती है।

Author: समाचार विचार
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