➡️पावर हाउस मोहल्ले और धबौली की दो बेटियों की करेगी हाथ पीले
➡️जरूरतमंदों के लिए मसीहा बनी इस संस्था ने अब तक 75 से अधिक लड़कियों की शादी में की है मदद
➡️वैवाहिक सामग्री पाकर खिल उठे निरूपाय माँ के चेहरे

समाचार विचार/बेगूसराय: बेगूसराय की चर्चित सामाजिक संगठन साईं की रसोई ने एक बार फिर मिसाल पेश की है। टीम ने अपने कृत्य से समाज के सक्षम लोगों को प्रेरित करने का काम किया है। दरअसल बेटी की शादी किसी एक परिवार की जवाबदेही नहीं, बल्कि एक सजग और जागरूक समाज की जिम्मेवारी भी है। जनहित के कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लेने वाली जिले की चर्चित सामाजिक संगठन टीम साईं की रसोई ने इसी जिम्मेवारी का निर्वहन करते हुए एक जरूरतमंद बेटी की शादी में दिये जाने वाले घरेलू सामान एवं भोज्य सामग्री उपलब्ध करवा कर उसके नानी के बोझ को हल्का कर दिया है। वैवाहिक व भोज्य सामग्री उपलब्ध करवाने वालों के प्रति जरूरतमंद परिवार ने न केवल आभार प्रकट किया है, बल्कि उन्हें ऐसे नेक कार्यों के लिए आशीर्वाद भी दिया है। लड़की के माता पिता ने बताया कि महँगाई के इस दौर में बड़ी मुश्किल से इसका लालन पालन हुआ , और जब उम्र शादी की हुई तो मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा कि आखिर कैसे यह हो पायेगा ? ऐसे में जरूरतमंदों की मदद करने वाली संस्था साईं की रसोई बेगूसराय के सामने गुहार लगाने पर इतनी सारी मदद सपने सच होने जैसा लगा।
टीम साईं की रसोई ने सक्षम लोगों से की जरूरतमंदों की मदद करने की अपील
टीम साईं की रसोई के खाद्य मंत्री पंकज कुमार व संस्थापक सदस्य अमित जायसवाल व नितेश रंजन ने बताया कि जरूरतमंद परिवार की बेटी की शादी में मदद करना न केवल सामाजिक जिम्मेवारी है बल्कि पुण्य का भी काम है। उन्होंने बताया कि उन्हें जब उक्त जरूरतमंद परिवार की बेटी की शादी में आने वाली आर्थिक गतिरोध का पता चला, तो पूरे समाज ने लड़की की शादी हेतु जरूरत का सामान इकट्ठा करने का बीड़ा उठाया और काफी अच्छी संख्या में आम जनसहयोग से जरूरतमंद परिवार के बेटी की शादी में मदद करने का मार्ग प्रशस्त हो गया, जो एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि बेटी केवल माता पिता की ही नहीं, बल्कि समाज की बेटी होती है। हर सक्षम लोगों को आगे बढ़कर निरूपाय और असहाय माता पिता के सिर के बोझ को उतारने में अपनी उदारता का परिचय देना चाहिए। मदद करने वालों में से रसोई टीम सदस्य संतोष सोनी व न्यू उलाव निवासी अरविंद कुमार ने बताया कि टीम साईं की रसोई के द्वारा लगातार इस तरहके जो बेहतर प्रयास किया जा रहा है, वह सराहनीय है। हमलोगों को भी ऐसे मौके पर मदद कर अच्छा लगता है, साथ ही आगे भी जरूरत के हिसाब से यह मदद जारी रहेगा। बबली मस्करा, सैन्य अधिकारियों संतोष सोनी समेत अन्य लोगों के सहयोग से यह कार्य हो संभव हो पाया।
















