मचा कोहराम: देखते ही देखते गंगा नदी की कोख में समा गए तीन युवक

🎯नदी घाटों पर बैरिकेडिंग और गोताखोरों की अनुपलब्धता से बढ़ रहे हैं मौत के आंकड़े

🎯फाइलों तक सिमट कर रह गया है जिला प्रशासन का आपदा प्रबंधन विभाग

🎯विभिन्न प्रखंडों में सीओ और एसएचओ की मिलीभगत से हो रही अवैध मिट्टी कटाई का दुष्परिणाम भुगत रहे हैं लोग

मचा कोहराम
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/तेघड़ा: गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही मौत के आंकड़ों में भी इजाफा होना शुरू हो गया है। रुपए के चंद टुकड़ों के लालच में गंगा नदी के किनारे बसी हुई बेगूसराय की बड़ी आबादी के लिए जीवनदायिनी तुल्य मां गंगा के गर्भ के साथ खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों की काली करतूत की वजह से रोज लाशें गिर रही हैं लेकिन इस ओर वरीय पदाधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही की वजह से आम लोगों का आक्रोश चरम पर है। पिछले दो दिनों में साहेबपुरकमाल में दो और तेघड़ा में गंगा नदी में डूबने से एक युवक की मृत्यु के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। आक्रोशित लोगों का स्पष्ट कहना है कि किसी भी नदी घाटों पर न तो बैरिकेडिंग की गई है, न ही गोताखोरों की स्थाई प्रतिनियुक्ति और न ही खतरे से बचाव हेतु बोर्ड ही लगाए हैं। प्रशासनिक विफलता का आलम यह है कि डूबने के बाद उसका अमला केवल लाशों की गिनती करने आता है।
प्रशासनिक लापरवाही से डेथ प्वाइंट में तब्दील होकर रह गया है छर्रापट्टी राजघाट
हमारे साहेबपुरकमाल संवाददाता के अनुसार प्रशासनिक लापरवाही से छरापर्टी राज घाट ‘डेथ पॉइंट’ में तब्दील होकर रह गया है। हर साल दर्जनों से ज्यादा लोग मौत के शिकार हो रहे हैं। पिछले दो दिनों में इसी जगह पर दो लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है। यही नहीं यहां पर अक्सर लोग स्नान करते समय हादसे का शिकार हो रहे हैं, उसके बावजूद स्थानीय पुलिस प्रशासन कोई स्थाई हल न निकालकर हादसों का इंतजार ही करता नजर आ रहा है, जबकि स्थानीय लोग कई बार गंगा में बैरिकेड लगवाने की मांग कर चुके हैं। प्रतिदिन हजारों कांवरियां गंगा स्नान के बाद जल लेकर विभिन्न धाम जलाभिषेक को जाते हैं। गंगा स्नान करते समय यहां पर आए दिन लोग गंगा में डूब जा रहे हैं। जिसमें कुछ को तो स्थानीय नाविकों के द्वारा बचा लिया जाता है, तो कई लोगों की डूबने से मौत हो जाती है।

पिछले दो दिनों के भीतर 2 लोग हुए हादसे का शिकार
रविवार को सहरसा जिले से आए एक व्यक्ति गंगा स्नान करते समय डूब कर मौत के आगोश में समा गया। शव की पहचान सहरसा जिला निवासी संतोष ठाकुर के 14 वर्षीय पुत्र मानस ठाकुर के रूप में की गई है, जिसे साहेबपुरकमाल पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिये बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं दूसरे सोमवारी की सुबह 6 बजे लगभग छोटी बलिया ऊपर टोला वार्ड 8 निवासी उपेन्द्र शर्मा के 18 वर्षीय पुत्र मदन कुमार के डूबने से मौत हो गयी। मृतक चार भाई बहन में सबसे छोटा था। वह इंटर फस्ट ईयर का छात्र था। परिजनों ने बताया कि वह दूसरे सोमवारी को लेकर गंगा स्नान करने आया था। ख़तरनाक घाट होने के कारण डूब गया। सुबह से ही स्थानीय गोताखोरों के द्वारा शव को खोजा जा रहा था। 3 बजे के लगभग शव मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार स्थानीय प्रशासन से गंगा नदी में बैरिकेड लगाने की मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोग अक्सर हादसे का शिकार हो हैं। कभी लोगों की लापरवाही उन पर भारी पड़ती है तो कभी घाटों पर सही से प्रशासन के द्वारा इंतजाम न करना भारी पड़ जाता है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि बैनर और होर्डिंग लगाये, जिससे लोग जागरूक हों और निश्चित किए गए घाटों पर ही स्नान करें और हादसों को रोका जा सके।

नानी की आंखों के सामने ही देखते ही देखते गंगा की गहराई में समा गया रवि
हमारे तेघड़ा संवाददाता के अनुसार सोमवार की अहले सुबह नानी के साथ तेघड़ा के बजलपुरा बेसिक गंगा घाट पर गंगा स्नान करने पहुंचे 22 वर्षीय युवक तेघड़ा नगर परिषद वार्ड संख्या 7 सलेमपुर तीतू ,थाना तेघड़ा निवासी शिवकुमार चौधरी के लगभग 22 वर्षीय पुत्र रवि कुमार की मौत स्नान के दौरान डूबने से हो गई। डूबने की खबर जंगल की आग की तरह फैल गयी। वहीं गंगा घाट पर लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। बताया जाता है कि तेघड़ा सलेमपुर तीतू निवासी दुखो चौधरी का नाती रवि कुमार अपने नानी के साथ बजलपुरा गंगा घाट पर स्नान करने पहुंचा था। पानी अत्यधिक होने के कारण वह डूब गया। घटना की खबर मिलते ही परिजन गंगा घाट पर पहुंचे, जहां परिजनो को रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है। घटना की सूचना मिलने के बाद तेघड़ा थाने की पुलिस और अंचलाधिकारी बजलपुरा गंगा घाट पर पहुंचकर स्थानीय गोताखोर की मदद से शव को खोजबीन करवाना शुरू किया। पानी गहरा होने की वजह से करीब ढ़ाई घंटा बाद स्थानीय गोताखोर फूलों सहनी को गहरे पानी के अंदर लाश मिली। तब जाकर लाश को पानी से बाहर निकाला।

विभिन्न प्रखंडों में सीओ और एसएचओ की मिलीभगत से हो रही अवैध मिट्टी कटाई का दुष्परिणाम भुगत रहे हैं लोग
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस घाट में सफेद बालू की अवैध कटाई होने के कारण घाट काफी खतरनाक बन गया है। जहां नजदीक में ही अधिक गहराई हो गई है, जो नए लोगों को पता नहीं चल पाता है। पानी से निकलते ही मृतक के मुंह से पानी चल रहा था। लोगों ने जिंदा समझकर स्थानीय चिकित्सक के यहां ले गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तेघड़ा थाना की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में करके बेगूसराय सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। रवि का शव जैसे ही घर पर पहुंचा, पूरे परिवार के चीत्कार से पूरा क्षेत्र का माहौल गमगीन हो गया। वहीं पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैली हुई है। रवि चार भाई बहन में दूसरे स्थान पर था अभी तक शादी भी नहीं हुई थी। वह बगल के ही फर्नीचर के दुकान में रंग पेंट करने का काम करता था। रवि के की मां मुन्नी देवी अपने मायके में ही थोड़ी दूरी पर जमीन लेकर अपना घर बनाकर रहती थी। पिता अपना पुश्तैनी कार्य करते हैं। घर के कमाउ पुत्र के गुजर जाने से परिवार वालों के ऊपर आफत का पहाड़ टूट गया है। मुख्य पार्षद प्रतिनिधि कन्हैया कुमार एवं वार्ड पार्षद मुकेश सिंह ने घर वालों को ढांढ़स बधाते हुए स्थानीय प्रशासन और सरकार से मृतक के परिजनों को आपदा कोष से दिए जाने वाले सहायता राशि की भुगतान करने का आग्रह किया है।

Begusarai Locals

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