➡️डीजीपी विनय कुमार के साख को राख करने में जी जान से जुटी हुई है बेगूसराय पुलिस
➡️साहेबपुरकमाल थानाध्यक्ष के चैंबर का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा है जमकर वायरल
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/बेगूसराय: इस वीडियो को देखकर चौंकिएगा मत। ये वीडियो चीख चीख कर कह रहा है कि बिहार में पुलिस का इकबाल साफ खत्म हो चुका है। गुंडे और मवालियों के हाथों की कठपुतली बन चुकी बिहार पुलिस अपने डीजीपी विनय कुमार के साख को राख करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। थाना परिसर में दलालों के हावी होने की लगातार मिल रही सूचना के बाद डीजीपी ने थाना में आने जाने वाले लोगों के लिए आगंतुक रजिस्टर मेंटेन करने का फरमान जारी किया था। लेकिन, जब सैयां ही कोतवाल हो तो फिर डर काहे का। थाना स्तर के पदाधिकारियों की उद्दंडता और जानबूझकर आपराधिक तत्वों को प्रश्रय देने की मानसिकता ने एक बार फिर न केवल थानाध्यक्ष की कुर्सी का चीर हरण किया है बल्कि इस वायरल वीडियो ने कई ऐसे सवाल छोड़े हैं, जिस पर मंथन करना आवश्यक प्रतीत होता है।
थानाध्यक्ष की कुर्सी पर पिछवाड़ा और टेबुल पर लात रखकर मवाली ने बना डाला वीडियो
मामला बेगूसराय जिले के साहेबपुरकमाल थाना का है, जहां थानाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार के चैंबर में लगी थानाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर एक मवाली टाइप के युवक ने भोजपुरी गीत पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालकर हड़कंप मचा दिया है। युवक के तेवर को यह देखकर समझा जा सकता है कि वह न केवल थानाध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन है, बल्कि उसके पांव सामने रखे टेबल पर हैं، जिन पर थाना की कई महत्वपूर्ण फाइलें भी नजर आ रही हैं। वीडियो बनाने के दौरान युवक पूरे ताव में दिख रहा है। युवक की पहचान थाना क्षेत्र के चौकी गांव निवासी वार्ड संख्या 8 के अरविंद कुमार महतो के पुत्र अभिषेक कुमार के रूप में की गई है। स्थानीय लोगों की मानें तो साहेबपुरकमाल पुलिस उक्त युवक पर इतना मेहरबान है कि वह पुलिस की वसूली गैंग का सरगना है। उसकी एंट्री पुलिस पदाधिकारियों के बेडरूम तक है। स्थानीय पुलिस के संरक्षण में आम लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर रुपए की उगाही करना हो या एनएच पर वाहनों से वसूली कर पुलिसकर्मियों को तय शुदा रकम पहुंचाना हो, इसके लिए पुलिस का सबसे विश्वसनीय शागिर्द अभिषेक है, जिसकी दबंगई का निर्भीक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होकर बेगूसराय पुलिस की भद्द पिटवा रहा है। हालांकि इस मामले को लेकर बिहार पुलिस के भ्रष्टाचार और न्यायिक व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष का शंखनाद करने वाले भूतपूर्व सैनिक और पत्रकार संतोष कुमार राय ने डीजीपी विनय कुमार को ईमेल के माध्यम से साक्ष्य भेजकर कार्रवाई की मांग की है।
अब आप भी देखिए यह वीडियो और गंभीरता से सोचिए कि इस स्थिति में क्या डीजीपी विनय कुमार की पुलिस पीपुल फ्रेंडली पुलिसिंग कर रही है या केवल गुंडे मवालियों को पाल पोस कर आम जनता के शोषण और दोहन में जुटी है।
