➡️जोरदार आंधी पानी की वजह से सड़क पर रहने को मजबूर था लाचार मोहम्मद फिरोज का परिवार
➡️आज नए सिरे से निर्मित घर के गृहप्रवेश के दौरान उमड़ी लोगों की भीड़

समाचार विचार/बेगूसराय: जरा सोच कर देखिए, अगर किसी के घर के ऊपर छत ना हो तो वह व्यक्ति कैसे अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर सकेगा। ऐसे ही एक घटना 2 जून की रात को घटित हुई थी, जब तेज आंधी में हरदिया गांव के एक बेहद गरीब व्यक्ति मोहम्मद फिरोज के घर का छत आंधी में उड़ गया था। भीषण बारिश में उसका परिवार रात भर इस टूटे घर में बेसहारा बैठा रहा। सुबह उसने छप्पड़ लगाने को लेकर सहायता की गुहार लगाई तो उसे कहीं कोई आशा की किरण नजर नहीं आई। जब उसे कहीं से किसी भी तरह की सहायता नहीं मिली, तो उस वक्त जिले के जाने-माने चिकित्सक और हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रंजन चौधरी ने उसकी गुहार को सुनी और खुद से पहल करके उन्हें आशियाना देने का निर्णय लिया। उन्होंने हरदिया गांव के ग्रामीणों की मदद से पैसे इकट्ठे किए और व्यक्तिगत रूप से भी आर्थिक सहायता प्रदान कर उस व्यक्ति को नया घर बनाकर दे दिया।
आज नए सिरे से निर्मित घर के गृहप्रवेश के दौरान उमड़ी लोगों की भीड़
नये सिरे से हजारों ग्रामीणों की मौजूदगी में उक्त घर का विधिवत गृह प्रवेश किया गया। गृह प्रवेश के मौके पर काफी संख्या में हरदिया गांव के ग्रामीण उपस्थित थे। डॉ. रंजन चौधरी ने फीता काट कर घर का उद्घाटन किया और मोहम्मद फिरोज को इसकी शुभकामना दी। मौके पर डॉक्टर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर गरीबों की मदद के लिए समाज आगे नहीं आएगा, तो गरीबों का जीना मुहाल हो जाएगा। ऐसे में हमारी सामाजिक जिम्मेदारी बनती है कि हम सब मिलकर गरीबों पर कोई मुसीबत आये, तो उसे हल करें।















