➡️संदिग्ध स्थिति में घर से बरामद हुआ था पच्चीस वर्षीय मोहम्मद युनुस का शव, जिसकी मौत के पीछे छिपी हैं सनसनीखेज कहानियाँ
➡️मृतक की पत्नी ने दो लड़कों पर लगाया हत्या का आरोप
मृतक की पत्नी का आरोप और यह सनसनीखेज मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है।
➡️बलिया डीएसपी की पहल पर स्थानीय थाने में दर्ज हुआ मुकदमा
इस हत्याकांड ने भीषण सनसनी फैलाई है और लोग सच्चाई जानने के लिए बेकरार हैं।
➡️अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही सुलझेगी हत्याकांड की गुत्थी
यह सनसनीखेज मामला अब पुलिस जांच का विषय बन गया है।
इस सनसनीखेज घटना ने पूरे गाँव को झकझोर कर रख दिया है।
समाचार विचार/साहेबपुरकमाल/बेगूसराय: बेगूसराय के साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के फैजपुर बरबीघी गांव में युवक की मौत के बाद न केवल सनसनी फैल गई बल्कि एक मौत अब रहस्यमयी बन गई है। ग्रामीणों ने मृतक को सुपुर्द ए खाक तो कर दिया लेकिन मृतक की पत्नी के आवेदन दिए जाने के बाद शनिवार को साहेबपुरकमाल पुलिस ने कब्र खुदवाकर 28 वर्षीय युवक मोहम्मद युनूस का शव बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। दरअसल, 2 सितंबर को बरबीघी गांव निवासी मोहम्मद वाजिद का 28 वर्षीय बेटा मोहम्मद युनूस अपने घर में फंदे से लटकता पाया गया था। उस समय वह घर में अकेला था, जबकि पत्नी अफसाना खातून बच्चों के साथ मायके, नीमाचंदपुरा थाना क्षेत्र के वनद्वारा गांव गई हुई थी। उसकी पत्नी पिछले छह महीने से अपने मायके में ही रह रही थी। स्थानीय लोगों और परिजनों ने पुलिस को बिना बताए ही शव को दफना दिया। लेकिन कहानी यहीं नहीं थमी। घटना के 5 दिनों बाद पत्नी अफसाना खातून और उसके परिजनों ने युनूस की मौत पर सवाल उठाते हुए हत्या की आशंका जताई और शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग कर दी।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं।
सीओ की मौजूदगी में कब्र खोदकर निकाली गई युवक की लाश
इसके बाद शनिवार को पुलिस ने अंचलाधिकारी संतोष कुमार की मौजूदगी में कब्र खोदी और शव को बाहर निकाल लिया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही यह राज खोलेगी कि युनूस ने सचमुच आत्महत्या की थी या फिर यह एक साज़िशनुमा हत्या थी। इस संबंध में वरिष्ठ भाजपा नेता अमरेंद्र कुमार अमर ने वन्द्वार के दो युवकों की तारीफ करते हुए फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि बिक्रम मोनू की जोड़ी ने किया कमाल। न्याय के लिए कब्र से निकलवाई लाश। बेगूसराय विधानसभा के वन्दुआर का लड़का आपको भ्रष्टाचार के खिलाफ, न्याय के लिए संघर्ष और अन्य मुकाम पर दिख जाएगा। मुझे यह नहीं पता कि गांव के लोग इसके बारे में क्या सोचते हैं और जिला प्रशासन इसकी आकृति को किस रूप में प्रस्तुत करती,लेकिन मुझे यह पता है कि जब गांव में सड़क बन रही थी और भ्रष्टाचार का आलम था तो यह लड़कों की टोली उसके खिलाफ खड़ा था। कल टेलीफोन आया साथ में एक साहेवपुर कमाल थाना के अध्यक्ष का नाम आवेदन भी था। बन्दुआर के अफसाना खातून का कहना था कि उसके ससुराल में लोगों ने उसके पति को पहले पीटा और मर जाने पर आत्महत्या का रूप देकर आनन-फानन में उसे कब्र में दफन कर दिया।लड़कों की टोली अन्य लोगों के साथ थाना पर पहुंची। मैं भी थाना अध्यक्ष से बात कर स्थिति को स्पष्ट करने को कहा। लगातार दबाव के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद केस दर्ज किया गया और कब्र से लाश निकालकर पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया गया है। मुस्लिम युवती अफसाना रो रही थी और उसके साथ न्याय के लिए वन्दुआर का लड़का खड़ा था, जिसपर कुछ दिन पहले तक हिन्दू वादी होने का आरोप लगता था।
यह सनसनीखेज मामला स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
जिसने भी जब पुकारा मैं खड़ा हो गया…..
समाज में न्याय के लिए जो पीड़ित के साथ खड़ा होता है, वहीं सच्चा धार्मिक ब्यक्ति है। वन्दुआर के लड़कों की टोली को हृदय से धन्यवाद। हालांकि अब तो कारणों का खुलासा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा लेकिन इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
इस मामले की जांच ने फिर से सनसनी फैला दी है कि क्या वास्तव में न्याय मिलेगा।
इस प्रकार की घटनाएँ ऐसी सनसनी पैदा करती हैं कि लोग कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने लगते हैं।
Begusarai Locals
इस प्रकार की सनसनीखेज घटनाएँ समाज में चिंता का विषय बन जाती हैं।
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