➡️डीएम को लिखित जानकारी देने के बावजूद अब तक नहीं हुई है कार्रवाई
➡️बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में लापरवाही बरतने से फूटा जिले भर के डॉक्टरों का गुस्सा
➡️डीएम को भेजे गए पत्र में सभी मुद्दों को स्पष्ट किया गया है।
समाचार विचार/बेगूसराय: आई.एम.ए. भवन बेगूसराय में बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण का कार्य करने वाली सिनर्जी वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) बेगूसराय के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता आई.एम.ए. बेगूसराय के सचिव डॉ. पंकज कुमार सिंह ने की। बैठक की शुरुआत में उन्होंने सिनर्जी वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बेगूसराय के डॉक्टरों, क्लीनिकों एवं अस्पतालों को इस कंपनी की लापरवाही के कारण अनेक गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा एक तरह से “लीगल एक्सटॉर्शन” (कानूनी जबरन वसूली) की जा रही है। डॉ. पंकज ने बताया कि IMA बेगूसराय ने पहले ही अगस्त माह में डीएम बेगूसराय, सिविल सर्जन, बिहार स्टेट पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, एन.जी.टी. एवं बिहार के स्वास्थ्य सचिव को ईमेल के माध्यम से इस पूरी स्थिति की जानकारी दी थी, लेकिन अब तक किसी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई है।
➡️डीएम ने अब तक किसी भी कार्रवाई का आश्वासन नहीं दिया है।
जन-स्वास्थ्य और सामाजिक सरोकार से जुड़े अत्यंत गंभीर विषय पर डॉक्टरों ने जाहिर की चिंता
डॉ. पंकज ने बताया कि सैद्धांतिक रूप से अस्पतालों और क्लीनिकों का Synergy कंपनी के साथ “प्रति बेड प्रतिदिन” के हिसाब से बायोमेडिकल वेस्ट निस्तारण का अनुबंध होता है, परंतु वास्तविकता यह है कि कंपनी की गाड़ियाँ औसतन 10–12 दिन ही महीने में कचरा लेने आती हैं। परिणामस्वरूप अस्पताल परिसरों में मानव शरीर के अवशेष, रक्त से सना मवाद, पोस्ट-ऑपरेटिव वेस्ट, प्रयुक्त सीरिंज, सुइयाँ आदि जमा रहते हैं, जिससे अस्पतालों में बदबू और संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि यह केवल डॉक्टरों या अस्पतालों की समस्या नहीं है, बल्कि जन-स्वास्थ्य और सामाजिक सरोकार से जुड़ा अत्यंत गंभीर विषय है। डॉ. पंकज ने यह भी बताया कि कई बार कंपनी द्वारा एकत्र किया गया मेडिकल वेस्ट सड़क किनारे फेंक दिया जाता है, जो किसी भी समय महामारी का रूप ले सकता है।
इसके अलावा, प्रभावित डॉक्टरों ने डीएम से तत्काल समाधान की अपील की है।
अनुचित ढंग से धन की वसूली में संलिप्त कंपनी के विरुद्ध एकजुट हुए डॉक्टर्स
सभी चिकित्सक डीएम से उचित निस्तारण की मांग कर रहे हैं।
डॉ. पंकज ने स्पष्ट किया कि सरकार ने यह नियम बनाया है कि किसी भी अस्पताल या क्लीनिक को संचालित करने के लिए बायोमेडिकल वेस्ट का उचित निस्तारण अनिवार्य है। बेगूसराय क्षेत्र में इस कार्य हेतु सिर्फ Synergy Waste Management Pvt. Ltd. को अधिकृत किया गया है। दूसरी कोई कंपनी उपलब्ध न होने के कारण अस्पतालों को मजबूरी में इन्हीं से अनुबंध करना पड़ता है, जिसका यह कंपनी अनुचित लाभ उठाकर मनमाने ढंग से धन की वसूली कर रही है। कई बार डॉक्टरों ने विरोध करते हुए केवल उतने ही दिनों का भुगतान किया, जितने दिन कंपनी ने वास्तव में कार्य किया, तो कंपनी ने बिना सूचना संबंधित अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया और बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में शिकायत दर्ज करवा दी। इसके परिणामस्वरूप अस्पतालों पर भारी जुर्माना लगाया गया और पुनः नया रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ा। इस प्रकार की मनमानी से अस्पताल, क्लीनिक एवं डॉक्टर सभी त्रस्त हैं।
डॉक्टरों ने डीएम के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।
बैठक में डीएम की अनुपस्थिति पर चर्चा की गई।
दस दिनों के भीतर अगर नहीं हुई कार्रवाई तो न्यायालय की शरण में जाएंगे डॉक्टर्स
उन्होंने यह भी कहा कि यदि डीएम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो वे कानूनी कदम उठाने को मजबूर होंगे।
डॉक्टरों का मानना है कि डीएम को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए।
आई.एम.ए. बेगूसराय ने बैठक में स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि 10 दिनों के भीतर सेवा में सुधार नहीं किया गया, तो चाहे अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन खतरे में क्यों न आए, सभी डॉक्टर समूहिक रूप से Synergy की सेवा का बहिष्कार करेंगे और न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाएँगे। बैठक में डॉ. अखिलेश कुमार ने बताया कि कंपनी की सेवा का हाल यह है कि सदर अस्पताल जैसे बड़े संस्थान, जहाँ प्रतिदिन 60–65 प्रसव एवं 20–30 ऑपरेशन होते हैं, वहाँ भी कंपनी सप्ताह में केवल 1–2 दिन ही वेस्ट लेने आती है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने पूरे जिले में मनमानी और जबरन वसूली का वातावरण बना रखा है, और मना करने पर रजिस्ट्रेशन रद्द करने की धमकी दी जाती है।
डीएम को दी गई चेतावनी के बावजूद, कंपनी की मनमानी जारी है।
बैठक के दौरान कंपनी के प्रतिनिधि ने सार्वजनिक रूप से मांगी माफी
इस संबंध में, डॉक्टरों ने डीएम से संवाद स्थापित करने की योजना बनाई है।
Synergy Waste Management Pvt. Ltd. की ओर से उपस्थित प्रतिनिधि राहुल कुमार (MR) ने अपनी भूल स्वीकार की और IMA बेगूसराय से क्षमा माँगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि 10 दिनों के भीतर सेवा को पूरी तरह दुरुस्त किया जाएगा, और इसके लिए अगली बैठक 19/10/2025 को रखी गई है। उन्होंने यह भी वादा किया कि आगे से किसी अस्पताल को शिकायत का अवसर नहीं मिलेगा। साथ ही, Synergy कंपनी ने यह भी आश्वासन दिया कि वे प्रत्येक अस्पताल के स्टाफ को कलर कोड प्रणाली (ब्लू, येलो, रेड, ब्लैक) के अनुसार बायोमेडिकल वेस्ट के पृथक्करण एवं निस्तारण की प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।इस अवसर पर डॉ. राम रेखा, डॉ. शशिभूषण पी.डी. सिंह, डॉ. रामाश्रय सिंह, डॉ. ए.के. गुप्ता, डॉ. अखिलेश कुमार, डॉ. आर.एस. पंडित, डॉ. निरंजन कुमार, डॉ. कृपांशु भारद्वाज, डॉ. धीरज कुमार, डॉ. अमोद कुमार, डॉ. हीरा कुमार, डॉ. पवन कुमार सहित सैकड़ों सम्मानित चिकित्सक उपस्थित थे। सभी डॉक्टरों ने आई.एम.ए. सचिव डॉ. पंकज कुमार सिंह की इस पहल की सर्वसम्मति से सराहना की और Synergy Waste Management Pvt. Ltd. की घटिया सेवा की निंदा करते हुए, यदि शीघ्र सुधार नहीं हुआ तो सामूहिक बहिष्कार और न्यायिक कार्रवाई का निर्णय लिया।
कई डॉक्टरों ने डीएम के समक्ष अपनी शिकायतें रखी हैं।
बिगड़ती स्थिति को देखते हुए, सभी ने डीएम से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा की है।
समाज में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर डीएम की भूमिका महत्वपूर्ण है।
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